Divis Lab Success Story: भारत में कई ऐसी स्टार्टअप कंपनियां हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से सफलता की ऊंचाइयों को छुआ है। इसलिए आज हम आपके लिए एक ओर प्रेणना दायक स्टार्टअप की कहानी लेकर आए हैं, जिसे पढ़ने के बाद आपको बहुत कुछ सीखने के लिए मिलेगा।
आज हम एक ऐसे शख्स की कहानी सुनने जा रहे हैं, जिन्होंने 12वीं में दो बार फेल होने के बावजूद, आज एक लाख करोड़ की कंपनी के मालिक हैं। इनका नाम है Murali Divi, जो Divis Lab के संस्थापक और प्रबंध निदेशक हैं। Divis Lab एक फार्मास्युटिकल कंपनी है जो दुनिया भर में सक्रिय है।
इस कंपनी की स्थापना मुरली दिवी ने की थी, जो कि एक छोटे से गाँव से आते हैं और अपनी 12वीं कक्षा में फेल हो गए थे। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपनी मेहनत से आज वे एक सफल उद्यमी हैं। मुरली दिवी की कहानी एक इन्स्परेशनल कहानी है। इस आर्टिकल में हम आपको Divis Lab Success Story के बारे में बताने वाले हैं कि कैसे मुरली डीवी ने ये करोड़ो की कंपनी बनाई हैं।
Table of Contents
Divis Lab Success Story Overview
कंपनी का नाम | Divis Lab |
स्थापना | 1990 |
मुख्यालय | हैदराबाद, भारत |
संस्थापक | डॉ. मुरली दिवी कृष्ण प्रसाद |
सहायक ब्रांड | * Divi’s Laboratories (USA) Inc (न्यू जर्सी, USA)<br> * Divi’s Laboratories Europe AG (बासेल, स्विट्जरलैंड) |
निर्माण इकाइयाँ | तीन (हैदराबाद और विशाखापट्टनम के पास, भारत) |
आर एंड डी केंद्र | भारत में तीन |
पेटेंट | 42 |
कर्मचारी | 17,000 से अधिक |
लीडरशिप | * डॉ. मुरली दिवी कृष्ण प्रसाद (चेयरमैन और प्रबंध निदेशक)* डॉ. सचिनंद्र किरण दिवी (पूर्वावधिक निदेशक और सीईओ)* नीलिमा प्रसाद दिवी (पूर्वावधिक निदेशक, वाणिज्यिक) |
हाल की उपलब्धि | शीर्ष 3 वैश्विक API निर्माताओं में से एकहैदराबाद की शीर्ष API कंपनियों में से एक |
इंडस्ट्री गोठ प्रेडिक्शन | वैश्विक दवा निर्माण उद्योग का 2021 से 2028 तक 11.34% का सीएजीआरभारतीय दवा क्षेत्र वित्तीय वर्ष 22 में US$ 49 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद |
प्रमुख ऑडिट | USFDA, EU GMP, स्वास्थ्य कनाडा, TGA, ANVISA, COFEPRIS, PMDA, MFDS |
मिशन | उच्च गुणवत्ता वाले API, कस्टम संश्लेषण और रसायन विज्ञान में टिकाऊ नेतृत्व के माध्यम से मूल्य निर्माण करना |
विज़न | मूलभूत मूल्यों और सामाजिक सेवा के माध्यम से निर्माण को सार्थक बनाना |
कोर बिज़नेस वैल्यूज | वित्तीय स्थिरता, विश्वसनीय आपूर्ति साझेदार, भरोसेमंदता, पारदर्शिता, पूरक |
वेबसाइट | Click here |
Divis Lab का फाउंडर कौन हैं: Divis Lab Success Story
मुरली दिवी का जन्म 1954 में आंध्र प्रदेश के एक छोटे से गाँव में हुआ था। उनके पिता एक किसान थे और परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। मुरली के बचपन में ही उनके पिता का निधन हो गया और उनकी माँ ने अकेले ही उन्हें और उनके भाई-बहनों का पालन-पोषण किया।
मुरली पढ़ाई में ज्यादा अच्छे नहीं थे और इसलिए वे अपनी 12वीं कक्षा में दो बार फेल हो गए। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपनी पढ़ाई जारी रखी। उन्होंने 1976 में चेन्नई के एक कॉलेज से रसायन विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
आपको ये भी बता दें कि Forbes India की रिपोर्ट के अनुसार मुरली जब अमेरिका जाने के लिए रवाना हुए थे तब उनके पास सिर्फ जेब में 500 रुपए ही थे। पर आज मुरली करोड़ो के मालिक बन चुके हैं।
अमेरिका में की नौकरी: Divis Lab Success Story
मुरली अमेरिका चले गए और वहाँ पर एक फार्मासिस्ट के रूप में नौकरी करने लगे। उन्होंने अमेरिका में 10 साल तक नौकरी की और इस दौरान उन्होंने फार्मास्युटिकल उद्योग के बारे में बहुत कुछ सीखा। वहां अमेरिका में मुरली नौकरी करके हर साल लगभग 65,000 हजार डॉलर कमाते थे जो की भारत के 54 लाख रुपए बनते हैं।
10 साल बाद मुरली भारत वापस लौट आए, जब इन्होंने ये चीज प्लान की उस समय इनके पास सिर्फ 33 लाख रुपए थे। उन्होंने एक छोटी सी फार्मास्युटिकल कंपनी शुरू की जिसका नाम उन्होंने Divis Lab रखा। इस कंपनी में वे दवाइयों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल (API) का उत्पादन करते थे।
Divis Lab Success Story कैसे शुरू हुई?
मुरली दिवी ने भारत वापस आने के बाद सबसे पहले 1984 में एक छोटी सी फार्मास्युटिकल कंपनी शुरू की। इस कंपनी का नाम उन्होंने “द इंडियन वैक्सीन्स और ड्रग्स” रखा। इस कंपनी में वे दवाइयों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल (API) का उत्पादन करते थे।
कंपनी की शुरुआत में मुरली दिवी को बहुत संघर्ष करना पड़ा। उनके पास पैसे की कमी थी और उन्हें बाजार में प्रतिस्पर्धा का भी सामना करना पड़ा। लेकिन मुरली दिवी ने हार नहीं मानी और उन्होंने अपनी कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत की।
मुरली दिवी ने अपनी कंपनी के लिए एक मजबूत मूल्य प्रणाली बनाई। उन्होंने गुणवत्ता और ग्राहक सेवा को अपनी कंपनी की प्राथमिकता बनाया। इसके अलावा, उन्होंने हमेशा नई तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया।
मुरली दिवी की मेहनत और लगन के कारण उनकी कंपनी Divis Lab जल्द ही सफलता की ऊंचाइयों को छूने लगी। आज Divis Lab दुनिया की सबसे बड़ी फार्मास्युटिकल कंपनियों में से एक है। इस कंपनी का सालाना कारोबार लगभग 1 लाख करोड़ रुपए है।
Divis Lab की वर्तमान स्थिति
आज Divis Lab दुनिया की सबसे बड़ी फार्मास्युटिकल कंपनियों में से एक है। इस कंपनी का सालाना कारोबार लगभग 1 लाख करोड़ रुपए है। Divis Lab दवाइयों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल (API) का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक है। इसके अलावा, Divis Lab दवाइयों का निर्माण भी करती है।
Divis Lab Success Story एक प्रेरणादायक कहानी है। यह कहानी हमें सिखाती है कि अगर हम कड़ी मेहनत करें, अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें और नई तकनीकों को अपनाने के लिए तैयार रहें तो हम किसी भी मुकाम को हासिल कर सकते हैं।
Divis Lab की सफलता के कारण
- कड़ी मेहनत और लगन: मुरली दिवी एक मेहनती और लगनशील व्यक्ति हैं। उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी और अपनी मंजिल हासिल करने के लिए लगातार मेहनत की।
- लक्ष्य निर्धारित करना: मुरली दिवी ने अपनी शुरुआत से ही एक लक्ष्य निर्धारित किया था कि वे एक सफल उद्यमी बनेंगे। उन्होंने अपने लक्ष्य को पाने के लिए कड़ी मेहनत की और सफल हुए।
- नई चीजें सीखना: मुरली दिवी हमेशा नई चीजें सीखने के लिए तैयार रहते थे। उन्होंने अमेरिका में रहकर फार्मास्युटिकल उद्योग के बारे में बहुत कुछ सीखा। यह सीख उन्हें अपनी कंपनी को सफल बनाने में मददगार रही।
Divis Lab Net Revenue 2023: Divis Lab Success Story
2023 में, Divis Labs ने एक शानदार प्रदर्शन किया। कंपनी का net revenue 1 लाख करोड़ है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 34% की वृद्धि दर्शाता है। यह वृद्धि मुख्य रूप से कंपनी के एपीआई खंड के मजबूत प्रदर्शन के कारण हुई है।
Divis Lab Success Story किसी भी महत्वाकांक्षी उद्यमी के लिए प्रेरणादायक है। यह दिखाता है कि कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और नवाचार के साथ, कुछ भी हासिल किया जा सकता है।
Divis Lab की भविष्य की योजनाएं
Divis Lab की इन योजनाओं से यह उम्मीद है कि कंपनी भविष्य में और भी अधिक सफलता हासिल करेगी। Divis Lab की भविष्य की योजनाएं इस प्रकार हैं:
- विदेशों में विस्तार: Divis Lab का लक्ष्य दुनिया भर में अपने कारोबार का विस्तार करना है। कंपनी विदेशों में नए संयंत्र स्थापित करने और नए बाजारों में प्रवेश करने की योजना बना रही है।
- नई तकनीकों को अपनाना: Divis Lab नई तकनीकों को अपनाने में अग्रणी है। कंपनी अनुसंधान और विकास में लगातार निवेश कर रही है ताकि वह नई दवाइयों और उत्पादन प्रक्रियाओं को विकसित कर सके।
- नए उत्पादों का विकास: Divis Lab नए उत्पादों के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी नई दवाइयों, वैक्सीन और अन्य स्वास्थ्य देखभाल उत्पादों को विकसित करने की योजना बना रही है।
Divis Lab Success Story Case Study
Conclusion
आज, Divis Lab दुनिया की सबसे बड़ी फार्मास्युटिकल कंपनियों में से एक है। Divis Lab success story एक इंस्पिरेशनल कहानी है जो हमें दिखाती है कि कुछ भी हासिल किया जा सकता है यदि हम कड़ी मेहनत करें, दृढ़ संकल्पित रहें और नई चीजें सीखें। हमें उम्मीद है कि इस आर्टिकल की मदद से आपको Divis Lab Success Story के बारे में जानकारी मिल गई होगी। ऐसे आर्टिकल पढ़ने के लिए हमारे बिजनेस पेज से जुड़े रहें।