Motisons Jewellers IPO Listing: NSE पर 98% और BSE पर 89% प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ!

Motisons Jewellers IPO: मोतीसंस ज्वैलर्स की स्थापना 1997 में हुई थी। कंपनी के जयपुर में चार शोरूम हैं। कंपनी मुख्य रूप से सोने, हीरे और कुंदन से बने आभूषण बेचती है। मोतीसंस ज्वैलर्स आईपीओ 18 दिसंबर से 20 दिसंबर तक खुला था। Motisons Jewellers IPO का निर्गम मूल्य ₹151 करोड़ था और इस आईपीओ का मूल्य बैंड 52 रुपये से 55 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था। मोतीसंस ज्वैलर्स आईपीओ की आवंटन तिथि 21 दिसंबर, 2023 थी।

जयपुर की हाइपरलोकल ज्वेलरी चेन मोटिसंस ज्वैलर्स आईपीओ ने शेयर बाजार में शानदार शुरुआत की है और आज यानी 27 दिसंबर 2023 को शेयर बाजार में जोरदार एंट्री की। कंपनी के शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 109 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुए। जो कि इश्यू प्राइस का 98% फीसदी है. वहीं, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर भी कंपनी के शेयर 103.90 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुए, जो इश्यू प्राइस का 89% फीसदी है।

Motisons Jewellers IPO Fund Utilisation

जयपुर की हाइपरलोकल ज्वैलरी चेन Motisons Jewellers IPO ने 151 करोड़ रुपये जुटाए हैं। ये धनराशि कंपनी के भविष्य की वृद्धि और विस्तार योजनाओं को मजबूती देगी।

मोतीसंस ज्वैलर्स के आईपीओ फंड का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए किया जाएगा:

  1. Repayment of debt: Motisons Jewellers IPO से जुटाए गए 58 करोड़ रुपये का उपयोग कंपनी के मौजूदा ऋण का भुगतान करने में किया जाएगा। इससे कंपनी की वित्तीय स्थिरता में सुधार होगा और ब्याज लागत कम होगी।
  2. Investment in Working Capital: आईपीओ से जुटाए गए 71 करोड़ रुपये का उपयोग कंपनी के वर्किंग कैपिटल को मजबूत करने में किया जाएगा। इसमें इन्वेंट्री मेंटेनेंस, कर्मचारियों का वेतन, मार्केटिंग खर्च और अन्य परिचालन लागत शामिल हैं। मजबूत वर्किंग कैपिटल कंपनी को अपनी दैनिक व्यापारिक गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करेगा।
  3. General corporate purposes: Motisons Jewellers IPO से जुटाए गए शेष धन का उपयोग कंपनी के सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। इसमें नवीनीकरण और विस्तार, नए उत्पाद विकास और ब्रांडिंग पहल शामिल हैं।
  4. Saving for the future: आईपीओ के माध्यम से प्राप्त धन का एक छोटा हिस्सा भविष्य की जरूरतों और संभावित अधिग्रहणों के लिए कंपनी के पास रिजर्व के रूप में रखा जाएगा। यह कंपनी को वित्तीय रूप से लचीला बनाएगा और अचानक आने वाली चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाएगा।

मोतीसंस ज्वैलर्स की स्थापना 1997 में हुई थी और यह भारत की प्रमुख ज्वैलरी चेन में से एक है। कंपनी के पास जयपुर में चार शोरूम हैं और यह देश भर में विस्तार करने की योजना बना रही है।

Motisons Jewellers IPO

Motisons Jewellers IPO Subscription Status

जयपुर की हाइपरलोकल ज्वैलरी चेन Motisons Jewellers IPO को निवेशकों ने जबरदस्त उत्साह दिखाया है। कंपनी के आईपीओ को 173.03 गुना सब्सक्राइब किया गया है। यह 2022-23 में तीसरा सबसे अधिक सब्सक्राइब किया गया आईपीओ है।

मोतीसंस ज्वैलर्स आईपीओ को सभी केटेगरी में मिलाकर सब्सक्राइब किया गया है। इनमें क्यूआईबी (Qualified Institutional Buyers) ने इस आईपीओ को जबरदस्त रिस्पॉन्स दिया है। इस कैटेगरी में यह आईपीओ 135.01 गुना सब्सक्राइब हुआ है। क्यूआईबी केटेगरी में बड़ी म्यूचुअल फंड कंपनियां, पेंशन फंड, बीमा कंपनियां, बैंक आदि शामिल हैं।

NII (Non-Institutional Investors) श्रेणी में भी इस आईपीओ को 311.93 गुना सब्सक्राइब किया गया था। NII का मतलब भारतीय नागरिक, एनआरआई (अनिवासी भारतीय), HUF – हिंदू अविभाजित परिवार, ट्रस्ट, सोसायटी आदि है। जो लोग 2 लाख से अधिक शेयर के लिए अप्लाई करते हैं।

आम आदमी यानी रिटेल इन्वेस्टर ने भी इस आईपीओ में काफी दिलचस्पी दिखाई है। इस केटेगरी में मोतीसंस ज्वैलर्स आईपीओ 135.22 गुना सब्सक्राइब हुआ है।

मोतीसंस ज्वैलर्स की स्थापना 1997 में हुई थी और यह भारत की प्रमुख ज्वैलरी चेन में से एक है। कंपनी के पास जयपुर में चार शोरूम हैं और यह देश भर में विस्तार करने की योजना बना रही है।

कंपनी के आईपीओ से जुटाए गए धन का उपयोग कर्ज चुकाने, वर्किंग कैपिटल में निवेश और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।

मोतीसंस ज्वैलर्स आईपीओ की लिस्टिंग 26 दिसंबर, 2023 को होने वाली है।

कैटेगरीसब्सक्राइब (गुना)
QIB (Qualified Institutional Buyers)135.01
NII (Non-Institutional Investors)311.93
रिटेल (Retail Investors)135.22

Why to invest in Motisons Jewelers IPO?

आइए जानते हैं कि किन कारणों से निवेशकों ने मोतीसंस ज्वैलर्स आईपीओ में दिलचस्पी दिखाई:

Strong Financial Position of the Company: मोतीसंस ज्वैलर्स की स्थापना 1997 में हुई थी और यह भारत की प्रमुख ज्वैलरी चेन में से एक है। कंपनी के पास जयपुर में चार शोरूम हैं और यह देश भर में विस्तार करने की योजना बना रही है। कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत है और कंपनी ने पिछले तीन वर्षों में लगातार मुनाफा कमाया है।

Increasing demand: भारत में ज्वैलरी बाजार तेजी से बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा ज्वैलरी बाजार बनने की ओर बढ़ रहा है। बढ़ती मांग से मोतीसंस ज्वैलर्स को लाभ होगा।

Great Listing Price: मोतीसंस ज्वैलर्स आईपीओ का प्राइस बैंड 52-55 रुपये प्रति शेयर था। कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 26 दिसंबर, 2023 को होने वाली है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग प्रीमियम पर हो सकती है।

Leave a Reply