मुंबई के चॉल से निकला ये लड़का बना बॉलीवुड का ‘हीरो नंबर 1’, कभी एक साथ की थी 70 फिल्में साइन

बॉलीवुड एक्‍टर गोविंदा आज अपना 60वां जन्‍मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं.

गोविंदा का सफर सचमुच बहुत प्रेरणादायक है। उनकी मेहनत, अदाकारी और आगे बढ़ने की जिद ने उन्हें जहां तक पहुंचाया है, वो हकीकत में बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। गोविंदा ने अपनी अनोखी एक्टिंग और डांस स्टाइल के लिए जाने जाते हैं। उनकी फिल्में दर्शकों के दिलों में जगह बनाने में सफल रही हैं।

उनका सफर वाकई अनोखा है – एक बड़े शहर से आकर बॉलीवुड की दुनिया में प्रवेश करना आसान नहीं होता, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और अनोखे एक्टिंग स्टाइल से सबको हैरान कर दिया। उनका हर एक किरदार, हर एक डांस सीन, हर एक कॉमेडी अदाकारी ने दर्शकों का दिल जीता है।

आपको गोविंदा की कौन सी फिल्म पसंद है? उनका कौन-कौन से किरदार आपको सबसे ज्यादा याद हैं?

शुरूवाती जीवन

बॉलीवुड एक्‍टर गोविंदा

गोविंदा का जन्म और परिवारिक बैकग्राउंड उनके सफर का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है। उनके परिवार में फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई लोग रहे हैं, जिसने उन्हें सिनेमा की दुनिया में उतार-चढ़ाव समझाया।

गोविंदा के पिता अरुण अहुजा का संबंध फिल्म निर्माता महबूब खान से जुड़ा था, जिनके साथ वे मुंबई आए थे। उनकी मां निर्मला देवी भी फिल्म इंडस्ट्री में अदाकारा थीं। गोविंदा ने एक ऐसे समय में एंट्री की जब हिंदी सिनेमा में अधिकांश फिल्में रोमांस और एक्शन पर आधारित थीं। उस समय कॉमेडी जेनर में लीड रोल निभाने वाले हीरो की कमी थी।

गोविंदा ने इस खामी को पूरा किया और कॉमेडी में अपनी महारत दिखाई। उन्होंने न केवल कॉमेडी में बेहतरीन प्रदर्शन किया, बल्कि उनका डांस और अभिनय भी दर्शकों को मोहित कर दिया। उनकी योगदान से हिंदी सिनेमा में नए रूपों और जेनर का आगमन हुआ और उन्होंने आधुनिक हीरो की तारीफ कराई।

गोविंदा ने अपने आगमन से हिंदी सिनेमा को नए दृष्टिकोण दिया। उनका अद्वितीय अंदाज, व्यापक कॉमेडी, और अदाकारी ने दर्शकों को जीत लिया। ‘हीरो नंबर वन’, ‘राजा बाबू’, और अन्य फिल्में उनकी अनूठी मुस्कान और अदाकारी को दर्शाती हैं।

उनका हर रोल, चाहे वो कॉमेडी हो या ड्रामा, बहुत प्रभावी रहा है। गोविंदा की खूबसूरत मुस्कान और उनकी मजेदार अदाकारी ने उन्हें दर्शकों के दिलों में बसा दिया था। उन्होंने अपने किरदारों को जीवंत किया और फिल्मों में अपनी अनोखी पहचान बनाई।

बॉलीवुड में उनका सम्मान और प्रतिष्ठा आज भी बरकरार है, और उनकी फिल्में उनकी मुस्कराहट और कलाकारी के रूप में स्मृतियों में बनी रहेंगी। उन्होंने फिल्मों के माध्यम से दर्शकों को हंसाया और रूलाया, जिससे वे उन्हें याद करते हैं और उनकी कलाकारी की सराहना करते हैं।

फ़िल्मी करियर: एक शानदार सफर

बॉलीवुड एक्‍टर गोविंदा

गोविंदा का सफर उनकी फिल्मी करियर के दौरान काफी रंगीन रहा है। 1980 के दशक में उन्होंने विभिन्न जेनर में अपना प्रदर्शन किया, जैसे पारिवारिक फिल्में, ड्रामा, एक्शन, और रोमांस। उन्होंने बॉलीवुड में एक्शन हीरो के रूप में अपनी पहचान बनाई और उस समय में कई सफलताएं हासिल की।

90 के दशक में, जब उनकी फिल्मों को कुछ समय के लिए सफलता नहीं मिल रही थी, तो उन्होंने अपनी कलाकारी में नया दिशा दी। उन्होंने हास्य अभिनेता के रूप में अपनी पहचान बनाई। उनकी कॉमेडी फिल्में दर्शकों को बेहद प्रिय रहीं और उन्होंने इस जनर में अपनी विशेषता बनाई।

1992 में उनकी फिल्म “शोला और शबनम” ने उन्हें दिव्या भारती के साथ नजर आने का मौका दिया। यह फिल्म उनकी अदाकारी और नए अंदाज की प्रशंसा की गई, जो दर्शकों के दिलों में बस गया। उन्होंने अपने किरदार को बेहद अच्छी तरह से निभाया और फिल्म को सफलता दिलाई।

गोविंदा की फिल्मी करियर में विभिन्न चरण थे। सन् 2000 में, कुछ फ्लॉप फिल्मों के बाद, उन्होंने कुछ बड़ी फिल्मों में भाग लिया, जैसे “भागम भाग” (2006) और “पार्टनर” (2007) जो बॉक्स ऑफिस पर सफल रही। इन फिल्मों में उन्होंने अपनी कॉमेडी और अदाकारी से दर्शकों को मनोरंजन प्रदान किया।

इसके बाद, सन् 2009 में “लाइफ पार्टनर” ने भी उन्हें सफलता दिलाई। फिर, सन् 2015 में, वे जी-टीवी के डांस रियलिटी शो “डांस इंडिया डांस सुपर मॉम सीजन 2” में जज के रूप में नजर आए। उन्होंने अपनी अनूठी प्रस्तुति और अदाकारी से शो को रोचक बनाया। उनकी अदाकारी और अनूठी शैली ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री के बाहर भी मान्यता दिलाई।

4 साल में 40 फिल्‍में हिट

गोविंदा की डेब्यू फिल्म “लव 86” ने उन्हें बॉलीवुड में एक कामयाब अभिनेता की उपाधि प्राप्त करने का मौका दिया था। इस फिल्म में उन्होंने अपने अभिनय के जरिए दर्शकों को मोहित किया और फिल्म ने उन्हें अच्छा संदेश देने के साथ-साथ कामयाबी भी दी। “लव 86” में नीलम, जॉनी लीवर, और तनूजा भी नजर आ रहे थे, और गोविंदा की उन्होंने इस फिल्म में प्रशंसा के लायक प्रस्तुति की थी। उन्होंने इस फिल्म के माध्यम से अपना कौशल और अभिनय का परिचय दिया था, जिसने बाद में उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में एक प्रमुख अभिनेता बनाया।

गोविंदा की करियर के दौरान, उन्होंने कई फिल्मों में काम किया था और उनकी शूटिंग शेड्यूल बहुत  बिजी था। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि कई बार उनके लिए एक ही दिन में 5-5 फिल्मों की शूटिंग करना भी होता था। वे करीब 70 फिल्मों में काम कर चुके थे, लेकिन कुछ फिल्में बंद हो गईं और कुछ के लिए उन्होंने मना कर दिया था। इससे उनका करियर बहुत विस्तृत और अनूठा रहा है।

महज़ 24 की उम्र में की शादी 

गोविंदा और सुनीता की प्रेम कहानी बहुत रोमांचक है। उनकी शादी लव लेटर के जरिए शुरू हुई थी, जो बहुत ही रोमांचक थी। इस प्रेम कहानी में उनकी ज़िन्दगी के स्ट्रगल के दिन थे, लेकिन उन्होंने एक-दूसरे का साथ दिया और अपनी प्रेम को निभाया। उनकी शादी ने उनके जीवन में नई रोशनी और स्थिरता लाई।

गोविंदा को अपने जीवन में ज़्यादा प्लानिंग करना पसंद नहीं था। उन्हें यह मन की शांति देने वाला नहीं लगता था। उन्हें नहीं पता था कि भविष्य में क्या होगा और उनकी ज़िन्दगी कैसी होगी। उन्होंने कभी ज़्यादा सोच-समझ कर प्लानिंग नहीं की थी। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि वो उस समय में ही सबसे बेहतरीन करने का प्रयास करते थे, जब वो कुछ काम कर रहे होते थे।

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