Attero Success Story: कैसे एक स्टार्टअप ने पर्यावरण को बचाते हुए बनाई 300 करोड़ की कंपनी!

Attero Success Story:  आजकल हर कोई Startups के बारे में सुनता है। कोई Startups बनाना चाहता है, तो कोई Startups में निवेश करना चाहता है। स्टार्टअप की दुनिया में हर दिन नए चेहरे सामने आ रहे हैं, लेकिन कुछ नाम ऐसे भी हैं जिसने अपने Innovative आइडिया से 300 करोड़ रुपये की कंपनी बना दिया! 

Attero Success Story

जी हां, हम बात कर रहे हैं Attero की। Attero एक इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट (e-waste) रीसाइक्लिंग कंपनी है। यह कंपनी खराब पड़े हुए Laptops, Phones और Tablets जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को रीसाइकल करती है और उनसे कीमती धातुओं को निकालती है।

Attero Success Story प्रेरणादायक है। यह दिखाता है कि कैसे एक अच्छे विचार और कड़ी मेहनत से कोई भी सफल हो सकता है। अटेरो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के कबाड़ को सोने में बदल देता है और साथ ही पर्यावरण को बचाने में भी मदद करता है। इस पोस्ट में हम Attero Success Story को विस्तार से जानेंगे। हम जानेंगे कि Attero ने कैसे शुरुआत की और आज यह कैसे 300 करोड़ का स्टार्टअप बन गया है। 

Attero Success Story Overview

कंपनी का नामAttero
स्थापना का वर्ष2008
संस्थापकनितिन गुप्ता और रोहन गुप्ता
उद्योगई-कचरा रीसाइक्लिंग
मुख्यालयनोएडा, भारत
Revenue (FY23)लगभग 300 करोड़ रुपये
कर्मचारी500 से अधिक
Official Websitehttps://attero.in/

Attero Success Story कैसे शुरू हुई?

Attero एक इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट (e-waste) रीसाइक्लिंग कंपनी है। यह कंपनी खराब पड़े हुए लैपटॉप, फोन और टैबलेट जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को रीसाइकल करती है और उनसे कीमती धातुओं को निकालती है।

Attero Success Story

Attero की शुरुआत 2008 में Nitin Gupta और Rohan Gupta ने की थी। दोनों ही इंजीनियरिंग के छात्र थे और वे पर्यावरण के प्रति जागरूक थे। उन्हें पता था कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के खराब होने पर उन्हें कैसे निपटाया जाए, यह एक बड़ी समस्या है। इन उपकरणों में मौजूद कीमती धातुओं के कारण इन्हें पर्यावरण के लिए भी नुकसानदायक माना जाता है।

Attero ने इसी समस्या का समाधान निकालने के लिए काम शुरू किया। उन्होंने एक ऐसी तकनीक विकसित की जिससे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से सोना, चांदी, तांबा, एल्युमिनियम और अन्य कीमती धातुओं को निकालना शुरू किया। इससे कंपनी को अच्छी कमाई होने लगी, और साथ ही पर्यावरण को भी प्रदूषण से बचाने में मदद मिली।

Attero के फाउंडर कौन हैं: Attero Success Story

Attero Success Story

Nitin Gupta

Nitin Gupta Attero के co-founder और सीईओ हैं। वह London Business School से MBA  ग्रेजुएट हैं और उन्होंने एक सलाहकार के रूप में अपना करियर शुरू किया। बाद में, उन्होंने अटेरो की स्थापना की।

Nitin Gupta पर्यावरण के लिए एक मजबूत प्रतिबद्धता रखते हैं। वे मानते हैं कि e-waste एक गंभीर समस्या है जिसका समाधान किया जाना चाहिए। Attero के माध्यम से, वे इस समस्या का समाधान करने और पर्यावरण की रक्षा करने में मदद करना चाहते हैं।

Rohan Gupta

Rohan Gupta Attero के co-founder और सीटीओ हैं। वह एक इंजीनियर ग्रेजुएट हैं और उन्होंने एक इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी में इंजीनियर के रूप में अपना करियर शुरू किया। बाद में, उन्होंने Attero की स्थापना की। 

Rohan Gupta एक प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ हैं। उन्होंने Attero के लिए एक ऐसी तकनीक विकसित की है जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से कीमती धातुओं को निकालने में सक्षम है। यह तकनीक Attero को एक सफल स्टार्टअप बनने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

Attero की सफलता के कारण

  • अभिनव विचार: Attero ने इलेक्ट्रॉनिक कचरे को रीसायकल करने के लिए एक अभिनव तकनीक विकसित की है। यह तकनीक अन्य कंपनियों की तुलना में अधिक कुशल और कम लागत वाली है।
  • मजबूत टीम: Attero के पास अनुभवी पेशेवरों की एक मजबूत टीम है, जो कंपनी को लगातार आगे बढ़ाने में मदद कर रही है।
  • ग्राहक केंद्रित दृष्टिकोण: Attero अपने ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी अपने ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करती है।
  • पर्यावरण संरक्षण पर जोर: Attero पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी अपने कार्यों में पर्यावरण के अनुकूल तरीकों का उपयोग करती है।

Attero की नई टेक्नोलॉजी: Li-ion Battery भी करते हैं Recycle

Attero की शुरुआत में यह कंपनी केवल इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट से धातुओं को निकालने पर ध्यान केंद्रित करती थी। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, दोनों फाउंडर ने इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट इंडस्ट्री में बढ़ते हुए अवसरों को देखा। उन्होंने देखा कि इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग के कारण Li-ion बैटरियों का उत्पादन भी बढ़ रहा है। और Li-ion बैटरी का एक बड़ा हिस्सा ई-वेस्ट के रूप में उत्पन्न हो रहा है।

Attero Success Story

Li-ion बैटरी को रीसायकल करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। क्योंकि इन बैटरियों में कई तरह के जहरीले रसायन होते हैं। लेकिन नितिन और रोहन ने Li-ion बैटरी को रीसायकल करने के लिए एक नई प्रक्रिया विकसित की। इस प्रक्रिया के माध्यम से Li-ion बैटरी से लगभग 95% सामग्री को पुनर्प्राप्त किया जा सकता है।

साल 2019 में Attero ने Li-ion बैटरी रीसाइक्लिंग की यह प्रक्रिया शुरू की। इस प्रक्रिया के बाद अब Attero को Li-ion बैटरी से भी अच्छा फायदा हो रहा है। Li-ion बैटरी रीसायकल करने से Attero को निकेल, कोबाल्ट, मैंगनीज, लिथियम और अन्य मूल्यवान धातुएं प्राप्त होती हैं। इन धातुओं को फिर से नए उपकरणों और बैटरियों में उपयोग किया जाता है।

Attero की Li-ion बैटरी रीसाइक्लिंग प्रक्रिया ई-वेस्ट को कम करने, पर्यावरण को बचाने और धातुओं के पुन: उपयोग को बढ़ावा देने में मदद करती है। यह प्रक्रिया भारत में Li-ion बैटरी रीसाइक्लिंग उद्योग को विकसित करने में भी मदद कर रही है।

कंपनी के पास कितने patents हैं?

Attero के पास 38 Patent हैं, जो कंपनी की तकनीकी नवाचार और प्रतिस्पर्धात्मकता को दर्शाते हैं। ये Patents कंपनी के लिए कई लाभ प्रदान करते हैं, और कंपनी के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।

इन Patents में ई-वेस्ट रीसाइक्लिंग के विभिन्न पहलुओं शामिल हैं, जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक कचरे को अलग करने की प्रक्रिया, कीमती धातुओं को निकालने की प्रक्रिया, और पर्यावरण के अनुकूल रीसाइक्लिंग प्रक्रिया।

Attero के पास Li-ion बैटरी रीसायकल करने के लिए भी एक Patent है। यह Patent कंपनी की Li-ion बैटरी रीसाइक्लिंग प्रक्रिया को अन्य कंपनियों से अलग करता है।

Attero के Patents कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति हैं। ये Patents कंपनी को अपने तकनीकी नेतृत्व को बनाए रखने में मदद करते हैं और भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।

कंपनी कितने प्रोडक्ट्स बनाती है?

Attero विभिन्न प्रकार के उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद बनाती है। कंपनी के उत्पाद घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में बेचे जाते हैं। Attero के उपभोक्ता अपने उत्पादों से बहुत खुश हैं। Attero विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाती है, जिनमें शामिल हैं:

  • कीमती धातुएं: Attero इलेक्ट्रॉनिक कचरे से निकलने वाली कीमती धातुओं को निकालती है और उन्हें विभिन्न रूपों में बेचती है। इनमें निकेल, कोबाल्ट, मैंगनीज, लिथियम, चांदी, सोना और तांबा शामिल हैं।
  • रीसाइक्लिंग सामग्री: Attero रीसाइक्लिंग सामग्री भी बनाती है, जैसे कि प्लास्टिक, कागज और धातु। इन सामग्री का उपयोग नए उत्पादों को बनाने के लिए किया जाता है। 
  • Consumer Products: Attero कुछ उपभोक्ता उत्पाद भी बनाती है, जैसे कि 99% शुद्ध कोबाल्ट चिप्स और फार्मास्युटिकल ग्रेड लिथियम कार्बोनेट।
Attero Success Story

Attero Net Revenue 2023: Attero Success Story!

Attero का नेट रेवेन्यू लगातार बढ़ रहा है। कंपनी ने पिछले वित्तीय वर्ष (FY22) में 214 करोड़ रुपए का रेवेन्यू बनाया था। इस वित्तीय वर्ष (FY23) में कंपनी ने अभी तक लगभग 300 करोड़ रुपए का रेवेन्यू बनाया है। 

कंपनी के पास मजबूत वित्तीय स्थिति है। कंपनी भविष्य में भी अपने नेट रेवेन्यू में वृद्धि करने की संभावना है। 

Attero का भविष्य

Attero का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है। कंपनी भारत में अपना बाजार हिस्सा बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में विस्तार करने की योजना बना रही है। कंपनी का अनुमान है कि अगले 3 वर्षों के भीतर उसका रेवेन्यू लगभग 8,000 करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा। 

Attero पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेगी और आने वाले वर्षों में और अधिक सफलता प्राप्त करेगी। मुझे विश्वास है कि Attero success story आपको प्रेरित करेगी। यह दिखाता है कि कैसे एक अच्छा विचार और कड़ी मेहनत से कोई भी सफल हो सकता है। 

Final Words

Attero success story हमें कई महत्वपूर्ण सबक सिखाती है। यह कहानी अन्य startups को भी प्रेरणा मिल सकती है कि वे पर्यावरण के अनुकूल व्यवसायों में निवेश करें। ऐसे startups न केवल आर्थिक रूप से सफल हो सकते हैं, बल्कि पर्यावरण को भी बचाने में मदद कर सकते हैं।

हमें उम्मीद है कि इस आर्टिकल की मदद से आपको Attero success story के बारे में जानकारी मिल गई होगी, अगर आपको इनकी कहानी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। ऐसे ही आर्टिकल पढ़ने के लिए हमारी हमारे बिजनेस पेज से जुड़े रहें।

FAQ: Attero Success Story

Q1. भारत की सबसे बड़ी रीसाइक्लिंग कंपनी कौन सी हैं?

भारत की सबसे बड़ी रीसाइक्लिंग कंपनी “Attero” हैं। कंपनी ने भारत में 10 से अधिक रीसाइक्लिंग प्लांट स्थापित किए हैं, और यह देश के कुल ई-कचरे का लगभग 50% पुनर्चक्रण करती है।

Q2. Attero कंपनी कहा स्तिथ हैं?

Attero कंपनी भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के नोएडा शहर में स्थित है। कंपनी का मुख्यालय भी नोएडा में ही है। इसके अलावा, कंपनी के प्लांट देश के अन्य शहरों में भी स्थित हैं, जिनमें दिल्ली, मुंबई, पुणे, और हैदराबाद शामिल हैं।

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