मशहूर शास्त्री गायिका प्रभा अत्रे का हुआ निधन, 92 साल की उम्र मेरी अंतिम सांस

मशहूर शास्त्रीय गायिका प्रभा अत्रे का दिल का दौरा पड़ने की वजह से निधन हो गया है। म्यूजिक इंडस्ट्री के तरफ से यह खबर आई है और यह बहुत ही शोक का विषय है। 92 साल की उम्र में मशहूर गायिका ने अपनी आखिरी सांस ली। एक रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा बताया जा रहा है कि प्रभाव अत्रे के परिवार के लोग हाल ही में विदेश में रहते हैं। ऐसे में उनके आने के बाद प्रभा जी का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

मशहूर गायिका प्रभा अत्रे का निधन

म्यूजिक इंडस्ट्री की तरफ से एक बुरी खबर आई है। 13 जनवरी 2023 को शास्त्रीय मशहूर गायिका प्रभा अत्रे जी का निधन हो गया है। सूत्रों के मुताबिक शनिवार सुबह उन्हें दिल का दौर आया इसके बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। अस्पताल पहुंचने से पहले ही गायिका का निधन हो चुका था। पूरा म्यूजिक इंडस्ट्री शोक में डूबा हुआ है। बता दे की 92 वर्ष की प्रभा आत्रेेजी ने आखिरी सांस ली। यह खबर सुनने के बाद फैंस काफी दुख में है और अपने दुख को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जाहिर कर रहे हैं।

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फ्रेंड्स ने सोशल मीडिया पर गायिका को श्रद्धांजलि दिया है। और रिपोर्ट्स के मुताबिक गायिका के परिवार के कुछ करीबी लोग विदेश में रहते हैं। जिस कारण उनके आने के बाद ही गायिका का अंतिम संस्कार किया जाना है। 

किराना घराने से ताल्लुक 

मशहूर गाय का प्रभाव अत्रे कई लोक नाटक नाट्य संगीत और भजन जैसे कोई संगीत शैली में सक्षम थी। उनके गुना का बखान करने के लिए पूरी किताब कम पड़ सकती है। प्रभा अत्रे ने किराना घराना के सुरेश बाबू माने और हीराबाई बांदोडकर से शास्त्रीय संगीत सीखा था जिस कारण उनका ताल्लुक किरण करने से है। स्वरागिनी और स्वरांजलि म्यूजिक कंपोजिशन पर लिखी गई उनकी तीन बुक काफी पॉपुलर भी हैं। सरला मधुसूदन देसाई, रागिनी चक्रवर्ती चेतन बनावत जैसे कई सिंगर उनके शिष्य भी रह चुके हैं। 

मिले हैं ये सम्मान और पुरस्कार

मशहूर गायिका प्रभा जी का जन्म 13 सितंबर 1932 को पुणे में हुआ था। उनको म्यूजिक का बचपन से ही बहुत अधिक शौक था और इसी शौक को पूरा करने के लिए वह मेहनत करती रही। इसी शॉप के कारण होने कई बड़े-बड़े पुरस्कार से नवाजा गया और प्रभात को साल 1990 में पद्मश्री साल 2002 में पद्मभूषण और साल 2022 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा भी उन्हें कई प्रकार के सम्मान और पुरस्कार दिए गए हैं। वह एक लेखक भी रही है और उन्होंने सिंगल स्टेज में 11 किताबें भी रिलीज की जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। 

बचपन से ही रखती थी म्यूजिक का शौक

प्रभा अत्रे जी बचपन से ही म्यूजिक का शौक रखती थी। बचपन से ही उन्हें म्यूजिक सिखाने की आदत थी और वह अलग-अलग तरह के म्यूजिक सिखती थी। हालांकि अपने वृत अवस्था में आने पर उन्होंने म्यूजिक सीखना भी शुरू कर दिया था और उन्हें इस पर कोई पुरस्कार भी दिए गए हैं। स्वर के मामले में वह किसी भी गायक और गायिका से काम नहीं थी। आज के समय में ऐसे गायक और गायिका का दर्शन मात्र ही अमृत तुल्य है। बचपन में भी उन्हें कई पुरस्कार दिए गए और उन्होंने अपनी मेहनत से 2022 में पद्म विभूषण पुरस्कार प्राप्त किया।

दिया गया पद्म भूषण पुरस्कार 

देश के सर्वोच्च पुरस्कारों में से एक पद्म भूषण पुरस्कार उन्हें 2022 में दिया गया था। हालांकि वे किताबें लिखने में भी महारत थी। उन्होंने अपने एक के बाद एक कई किताबें रिलीज की। हालांकि उन्हें म्यूजिक सीखने का भी शौक था और 92 की उम्र में भी स्वयं को व्यस्त रखती थी।

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