हाल ही में वंदे भारत को लेकर एक और घोषणा निकलकर सामने आ रहा है। रेलवे का सफर करना अब और भी आसान हो जाएगा क्योंकि कुछ महीनो में ट्रैक पर 10 और वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को उतारा जा रहा है। वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों की शुरुआत दिल्ली से मुंबई, दिल्ली से पटना और दिल्ली से हावड़ा जैसे कुछ चुनिंदा मार्ग पर रात भर की यात्रा को कर किया जाएगा। इन यात्राओं के दौरान यात्री सोते हुए आसानी से सफर को तय कर लेंगे और उनका एक भी मिनट बर्बाद नहीं होगा।
चलेगी नई वंदे भारत
भारत रेलवे का सफर दोनों और भी आरामदायक और आसान होता जा रहा है। भारतीय रेलवे को और आरामदायक और समय को बचाने वाला बनाने के लिए वंदे भारत के ट्रेन को बढ़ाया जा रहा है। खबर निकल कर आ रही है कि बंदे भारत ट्रेनों ने रेलवे सेवाओं का कायाकल्प कर दिया है और देशभर में इसके नेटवर्क का और विस्तार किया जाएगा। वंदे भारत ट्रेन भारतीय रेलवे इस मार्च तक ट्रेनों का एक अत्याधुनिक असली पर वर्जन लॉन्च करने की योजना बना रही है। इस योजना के अनुसार नई ट्रेनों को लांच किया जा रहा है।
भारतीय रेलवे के मुताबिक स्लीपर वजन के लिए कोच का उत्पादन जरूर पर है और जल्द ही या ट्रेन में देखने को मिलेगा। वर्तमान में रेलवे देशभर में 39 मार्गो पर वंदे भारत ट्रेनों के चेयर कर वर्जन चल रहा है। हालांकि जल्द ही बंदे भारत के संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी और वंदे भारत स्लीपर वर्जन शुरुआत में दिल्ली मुंबई एवं दिल्ली पटना और दिल्ली हावड़ा जैसे कुछ चुनिंदा मार्गो में चलने के लिए प्रसिद्ध रहेगा। हालांकि इन चुनिंदा मार्ग पर रात भर की यात्रा शुरू की जाएगी।
रात भर का सफल होगा आसान
मार्च में कुछ जरूरी परीक्षणों के बाद वंदे भारत के नए वर्जन को लांच कर दिया जाएगा। भारतीय रेलवे के अनुसार मार्च के जरूरी परीक्षाओं के बाद स्लीपर वजन के शुरुआती सेट अप्रैल के पहले या दूसरे सप्ताह तक शुरू होने की उम्मीद है। हालांकि अभी कुछ महीनो बाद इन ट्रेन को बड़े पैमाने पर उत्पादन भी किया जा सकता है। कहां जा रहा है कि कुछ ही महीना में इनकी संख्या 10 से भी अधिक हो जाएगी। इसी साल अगस्त 13 सितंबर से इसके संचालन की उम्मीद की जा रही है और जल्द ही इसकी संख्या में वृद्धि हो सकती है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार रेलवे की सुविधा को बढ़ाया जा सकता है।
सफर करना होगा आरामदायक
वंदे भारत के लॉन्च के बाद सफर करना अत्यधिक आसान हो जाएगा। भारतीय रेलवे के अनुसार स्लीपर वर्जन में एडवांस्ड सुविधाओं, सुरक्षा और आरंभ की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा है कि इसकी गुणवत्ता और समर्थ अंतर्राष्ट्रीय मानव को के अनुरूप होगी जो कुछ ही वर्षों में निर्यात किया जा सकते हैं। जल्द ही भारतीय रेलवे इनका निर्यात शुरू कर सकती है। इंटरनेशनल मार्केट में भी इन ट्रेन को निर्यात करके अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है और उन्होंने कहा है कि स्लीपर संस्करण के सभी सेट कवच प्रणाली से लैस होंगे। और उनकी अधिकतम गति 200 किलोमीटर प्रति घंटा तक होगी।
इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में निर्माण
भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड और इंटीग्रल कोच फैक्ट्री विशेष लाइटिंग जैसी कई नई सुविधाओं के साथ ट्रेनों का निर्माण किया जा रहा है। इन सूत्रों के मुताबिक, स्लीपर संस्करण की हर ट्रेन में 16 एसी। डियर कोच होंगे जिनमें 850 वर्ष होगी। 10 और ट्रेन लॉन्च होंगे जिससे यात्रियों को सुविधाओं में भारी इजाफा होगा और इससे न सिर्फ समय की बचत होगी बल्कि यात्रा अनुभव भी शानदार और आरामदायक होगा। ऐसा करने से ट्रेन में कई प्रकार की सुविधाओं के बढ़ोतरी की जाएगी